मांडू से शिवमनोज कुमार . हजारीबाग और रामगढ़ जिले में बंटे मांडू विधानसभा क्षेत्र में बदलाव की चुनावी बयार बह रही है। नेता दल बदल रहे हैं तो कार्यकर्ता दिल। सबकुछ उल्टा-पुल्टा चल रहा है। झारखंड आंदाेलन के दौर में एक नारा था, झारखंड का एक लाल, मांडू का टेकलाल...। कभी झामुमो का चेहरा थे टेकलाल महतो। मांडू विधानसभा क्षेत्र में चुनावी हार-जीत का अंकगणित उनके इर्द-गिर्द रहता था। समय बदला और उनकी जगह बेटे जय प्रकाश भाई पटेल ने ले ली। 2014 में झामुमो से चुनाव जीते, लेकिन पार्टी में दिल न मिला और दल बदलने की नौबत आ गई।
जय प्रकाश पाला बदलकर भाजपा में आ गए हैं। पार्टी ने उन्हें प्रत्याशी बनाया है। 2014 के चुनाव में कांग्रेस से आए कुमार महेश िसंह ने भाजपा से चुनाव लड़ा था। वे भाजपा से टिकट के प्रबल दावेदार थे, लेकिन पासा पलट गया। गठबंधन में यह सीट झामुमो को मिली है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि महेश सिंह झामुमो का चेहरा बन सकते हैं। ऐसा होने पर पुराने प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने दिखाई देंगे। टिकट की दौड़ में राजकुमार महतो अौर फागू बेसरा भी हैं। झाविमो के चंद्रनाथ भाई पटेल, आजसू पार्टी के तिवारी महतो और भाकपा के महेंद्र पाठक भी मैदान में हैं । इधर, भाजपा और झामुमो के समर्थक असमंजस में हैं। वे किसका साथ दें। पार्टी का या दल बदल चुके प्रत्याशी का।
मांडू के 5 प्रखंडों का सबसे बड़ा मुद्दा उच्च शिक्षा और बेरोजगारी
1.मांडू : उच्च शिक्षा की व्यवस्था नहीं है। मैट्रिक व इंटर की पढ़ाई के लिए छात्रों को हजारीबाग या रामगढ़ जाना पड़ता है।
2.डाड़ी : प्रखंड को रामगढ़ में शामिल करने की मांग उठती रही है। बंद होती कोलियरियों के कारण बेरोजगारी की समस्या बढ़ी है।
3. चुरचू : उग्रवाद प्रभावित इस प्रखंड में सड़क सबसे बड़ी समस्या है। लोगों ने रोड नहीं तो वोट नहीं आंदोलन किया था।
4. विष्णुगढ़ : बेराेजगारी अौर युवाआें का पलायन सबसे बड़ा मुद्दा है। रोजगार के सीमित अवसर हैं इसलिए युवाओं को बाहर जाना पड़ता है।
5.टाटाझरिया : सड़काें का हाल बुरा है। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य की सुविधा उपलब्ध नहीं है। बेरोजगारी और पलायन भी बड़ा मुद्दा है।
3 चुनावों का सक्सेस रेट
2014 : जय प्रकाश भाई पटेल, झामुमो-78499, कुमार महेश सिंह, भाजपा-71487
2009 : टेकलाल महतो, झामुमो-37198, कुमार महेश सिंह, कांग्रेस-29220
2005 : खीरू महतो, जदयू-33350, रामप्रकाश भाई पटेल, झामुमो-23522
वोटर बोले...
- शिक्षा के क्षेत्र मांडू पिछड़ा है। मैट्रिक की परीक्षा देने 70 किमी दूर जाना पड़ता है। यहां इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक कॉलेज नहीं खुला। मांडू को अब तक अनुमंडल नहीं बनाया गया। प्रो. जयराज प्रसाद चंदन
- डाड़ी प्रखंड को रामगढ़ जिला में शामिल करने की मांग वर्षों से हो रही है। ऐसा अाज तक नहीं हो सका। उच्च शिक्षा की व्यवस्था भी नहीं है। इससे आर्थिक नुकसान के साथ छात्रों का समय बर्बाद हो रहा है। मो. उस्मान राईन, डाड़ी